Tuesday, November 17, 2009

बंद


पुलिस सहायता चौबीस घंटे बंद ,
विदधुत मंडल घंटे बंद,

दोपहरबाद संधारण बंद ,
शाम को शमशानघाट बंद 

सन्डे सरकारी होली डे ,
सोमवार को नया बाजार ,

मंगलवार को भारत भवन ,
बुधवार को वन विहार ,

जुमेरात को आटा चक्की ,
मानव के सोलह श्रंगार, 

जुमा दोपहर अंचार -पंचर 
कारोवार बंद ,

जहाँ तहां स्कूटर लुडके,
बंद पड़ी कुछ मोटर कार ,

ढूढे से नही मिले कमानी ,
बंद कबाडी का बाजार ,

बाद जुमा फ़िर ,
टाटा चमका , बाटा उछाला ,

रुपयों का व्यापार हो गया ,
अरबों का कारोबार हो गया ,

शनिवार को बंद हुआ फ़िर ,
मुंबई का शेयर बाजार ,

१५ अगस्त २६ जनवरी 
प्रैस बंद अखबार बंद ,

२ अक्टूबर बूचड़ खाने ,
होली के दिन बीयरबार ,

चातुर्मास में शादी ब्याह ,
अधिकमास में मंगलचार ,

माघ पूष में बंद मावठा ,
जेठ मास में ठंडी बयार ,

आम आदमी जूझ रहा ,
सूखी रोटी पाने को ,

उससे रोटी वही छीन रहा,
जिसे वक्त नही खाने को ,

भूखे पेट मरा नही कोई ,
खाकर नोट जिया नही कोई ,

पड़े तेलगी मूर्छा में ,
हर्षद की हुईं सांसें बंद ,

गांजा ,सुलफा ,चिलम -धतूरा 
भंग , तम्बाकू पीता है ,

इतना भोला मत बन मानव ,
भोले से टक्कर लेता है ,

लट में बंद खोल दी गंगा 
मानव को नही आया रास ,

कूड़ा करकट , पन्नी कचरा 
नाली नाले , गटर डाल दिए ,

शिक्षा की वो गति बनाई,
व्यापार हो गई पढ़ाई ,

गुरुकुल सारे बंद हो गए ,
चक्रव्यूह में फंस गए छात्र ,

हे ईश्वर !! ऐसा वर दो ,
भारमुक्त हों बूढे कंधे ,

नौजवान को रोजगार दो ,
बंद को ऐसी परिभाषा दो 

लूटपाट हो जाए बंद ,
सबको अपना हक़ मिल जाए ,

सद कर्म करें , सद वचन कहें ,
वंदे हो , वतन की हो जय । 
कालीचरण ....

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