जानते हो अभिव्यक्ति क्या होती है ?
बता सकते हो अभिव्यक्ति क्या होती है ?
क्या सोच पा रहे हो अभिव्यक्ति क्या होती है ?
कोई कैसे अभिव्यक्त करता है ,
वह जो उमड़ता है उसके अंतर से ?
नहीं जानते तो सुनो-
जिसकी फूटती है अभिव्यक्ति,
वह लेकर भावों की कलम,
डुबो कर उसे अपने ह्रदय में ,
बनाकर खून को स्याही ,
लिख देता है जीवन पर कुछ पंक्तियाँ !
यही होती है अभिव्यक्ति,
हाँ , होती है अभिव्यक्ति यही ,
यह लेखन नहीं होता ,
यह अभिव्यक्ति होती है ,
जो लिखी जाती है खून की स्याही से ,
भावों की कलम लेकर ,
जीवन के पन्नों पर....................
No comments:
Post a Comment